sadhu sant ke tum rakhware - साधु संत के तुम रखवारे असुर निकन्दन रामदुलारे
साधु संत के तुम रखवारे।
असुर निकन्दन रामदुलारे।।
हे श्रीरामचन्द्र के दुलारे हनुमानजी ! आप साधु - सन्तों तथा सज्जनों अथार्त धर्म की रक्षा करते हैं तथा दुष्टों का सर्वनाश करते हैं।
तुलसीदासजी कहते हैं की चारों युग में एक ही इनको सेवा मिली है , साधु संतो की रखवाली करना। असुरो का संहार करना , संतजन को तारना यही हनुमानजी का परम कर्तव्य है।
बाएं भुजा असुर दल मारे , दाहिने भुजा संतजन तारे।
वे दोनों हाथों से अपने इस कर्म में प्रवित्त हैं। साधु संतों को बिना तनख्वाह के अंगरक्षक मिल गए हैं। नेता अभिनेता पैसे देकर बॉडीगॉर्ड रखते हैं पर साधु संतो को बिना पैसा के ये बॉडीगार्ड मिल गए हैं। संसारी बॉडीगार्ड तो हो सकता है चूक जाए या रक्षक से भक्षक बन जाए। बहुत हुआ है। बॉडीगार्ड ने ही अमेरिका के राष्ट्रपति को मारा। भारत की प्रधानमंत्री को मारा। लेकिन यह बॉडीगार्ड चूक नहीं सकता है। यह ऐसा कमांडो है मारने वाले को ही मार देगा। असुरों को समाप्त कर देगा और अपने भक्तों को तुरंत बचा लेगा। असुरों को मार कर व साधुओं को रक्षाकर ये राम के दुलारे बन गए हैं , प्रिय बन गए हैं। भगवान् राम कहते हैं-
सुन कपि तोहि समान उपकारी।
नहीं कोई सुर नर मुनि तनु धारी।।
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